90 Percent Subsidy will be Available on Beekeeping – सरकार के द्वारा किसानों के आय में बढ़ोतरी के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की योजना चलाई जाती हैं जिसमें मुख्य तौर पर किसानों को आवश्यक सामग्रियों पर अनुदान दिया जाता है। इसी प्रकार से बिहार सरकार के द्वारा मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम शुरू किया गया है जिसके तहत सरकार किसानों को मधुमक्खी पालन (Subsidy on Beekeeping) के लिए आवश्यक वस्तुएं अनुदान पर उपलब्ध कराएगी।
मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना को संचालन करने के लिए सरकार की तरफ से वर्तमान समय में आवेदन की मांग के गई है। इच्छुक किसान इसमें आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सकता है। बिहार सरकार के द्वारा इस बागवानी विकास कार्यक्रम (Horticulture Development Program) यानी की मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम को संचालन करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 24 करोड़ 46 लाख 93 हजार रुपए का बजट पास किया गया है। योजना का संचालन बिहार के प्रत्येक जिले में किया जाएगा।
योजना के अंतर्गत सरकार की तरफ से किसानों को मधुमक्खी बक्सा, मधुमक्खी छत्ता, मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड ग्रेड कंटेनर आदि सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। अगर आप भी बिहार राज्य के रहने वाले किसान है जो मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना में शामिल होकर लाभ प्राप्त करना चाहते है तो आज का यह पोस्ट आपके लिए फायदेमंद साबित होने वाला है। हमने नीचे इस योजना से जुड़ी संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक दिया है जिसे आप फॉलो कर आसानी से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मधुमक्खी पालन पर मिलेगा 90% की सब्सिडी | 90 Percent Subsidy will be Available on Beekeeping
मधुमक्खी पालन किसानों के आय को बढ़ाने के लिए एक अच्छा साधन है जो दूसरे किसी बिजनेस (Business) या अन्य व्यवसाय से अधिक कमाई करके देता है। इस बिजनेस के लिए सरकार की तरफ से किसानों को अधिकतम 90% का सब्सिडी (Subsidy) दिया जाता है। मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 15 दिसंबर 2023 से शुरू कर दी गई है। राज्य का प्रत्येक इच्छुक किसान इसमें शामिल होकर लाभ ले सकता है।
बिहार सरकार के मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के किसानों को 90% का सब्सिडी ज्यादा जाता है जिसमें किसानों को 10% का भुगतान खुद से करना होता है। वहीं सामान्य वर्ग के किसानों को 75% का अनुदान प्राप्त होता है जिसमें सामान्य वर्ग के किसानों को खुद से 25% का खर्चा वहन करना होता है। योजना के तहत लाभार्थियों को मधुमक्खी बक्सा, मधुमक्खी छत्ता और मधु निष्कासन यंत्र एवं फुट ग्रेड कंटेनर (Foot Grade Container) पर अनुदान दिया जाएगा। सरकार की तरफ से दिए जाने वाले यंत्रों पर अनुदान और इन यंत्रों की विशेषताओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया है।
मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम का उद्देश्य
बिहार सरकार के द्वारा मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम को संचालन करने के पीछे मुख्य उद्देश्य किसानों के आय को बढ़ाना है। राज्य के किसान इस कार्यक्रम में शामिल होकर अपने आर्थिक स्थिति को सुधार सकता है जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। बिहार सरकार के द्वारा इस योजना को संचालन करने के लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान ₹244693000 का बजट निर्धारित किया गया है जिसमें किसानों को अधिकतम 90% का सब्सिडी दिया जाएगा। योजना के तहत किसानों को सरकार की तरफ से 7 दिनों का प्रशिक्षण (Training) भी दिया जाएगा।
चाय की खेती पर मिलेगा 90% का सब्सिडी, ऐसे करे ऑनलाइन आवेदन
मधुमक्खी पालन पर मिलने वाले अनुदान राशि (Grant Amount Received on Beekeeping)
बिहार सरकार के चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत बागवानी विकास कार्यक्रम (Horticulture Development Program) के लिए राज्य में मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए मंजूरी प्राप्त हो चुका है। यह योजना अब राज्य के प्रत्येक जिला में लागू किया जाएगा। सरकार की तरफ से योजना के तहत मधुमक्खी बक्सा, मधुमक्खी छत्ता, मधु निष्कासन यंत्र और खाद्य ग्रेड कंटेनर पर सब्सिडी दिया जाएगा।
मधुमक्खी बक्सा पर मिलने वाला अनुदान राशि
बिहार राज्य के किसानों को मधुमक्खी पालन पर मधुमक्खी बक्सा पर अनुदान दिया जाएगा। उद्यानिकी विभाग ने एक मधुमक्खी छत्ता के लिए ₹2000 लागत निर्धारित किया है जिस पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 90% का अधिकतम सब्सिडी दिया जाएगा। यानी कि उन्हें कुल ₹1800 का अनुदान प्राप्त होगा जबकि सामान्य वर्ग के किसानों को 75% का अनुदान प्राप्त होगा यानी कि ₹1500 का लाभ प्राप्त होगा।
मधुमक्खी पालन कार्यक्रम के तहत किसानों को कम से कम 10 बक्से और अधिकतम 50 बक्सों के लिए आवेदन कर लाभ ले सकता है। किसानों को दिए जाने वाला मधुमक्खी बक्से पर बिहार सरकार के द्वारा कुछ विशेषताओं के बारे में बताया गया है। यह मधुमक्खी बक्सा 8 फ्रेम का होगा जिसकी लंबाई 20 इंच और चौड़ाई 16 इंच का होगा। साथ ही मधुमक्खी बक्सा पर बॉटम बोर्ड, ब्रूड चैंबर, हनी चैंबर, इनर कवर, टॉप कवर, आर्ट फ्रेम बॉक्स एवं अन्य सहायक उपयोगी उपकरणों को सेट शामिल होता है।
मधुमक्खी छत्ता पर मिलने वाला अनुदान राशि
बिहार राज्य के किसानों को मधुमक्खी पालन पर मधुमक्खी छत्ता पर भी अनुदान दिया जाएगा। उद्यानिकी विभाग के द्वारा एक मधुमक्खी छत्ता पर लागत कीमत ₹2000 निर्धारित की गई है जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को 90% की सब्सिडी यानी कि उन्हें ₹1800 का अनुदान दिया जाएगा। जबकि सामान्य वर्ग के किसानों को 75% यानी ₹1500 का अनुदान प्राप्त होगा।
राज्य का प्रत्येक किसान मधुमक्खी छत्ता कम से कम 10 और अधिकतम 50 छत्ता के लिए ही आवेदन कर सकता है। बिहार सरकार के द्वारा मधुमक्खी छत्ता पर कुछ विशेषताओं के बारे में बताया गया है। इस छत्ता की मुख्य विशेषताएं यह कि इसमें किसानों को रानी, ड्रोन और वर्कर्स के साथ 8 फ्रेम दिया जाएगा सभी 8 फ़्रेम के भीतर दीवार मधुमक्खियां और ब्रुड्स से पूरी तरह से ढकी होगी।
मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड ग्रेड कंटेनर पर दिए जाने वाला अनुदान राशि
बिहार सरकार के द्वारा किसानों को मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड ग्रेड कंटेनर पर भी अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए उद्यानिकी विभाग ने एक मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड ग्रेट कंटेनर के लिए लागत ₹20000 निर्धारित किया गया है। इस पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्गों के किसानों को 90% का अनुदान दिया जाएगा। यानी कि उन्हें ₹18000 तक का अनुदान प्राप्त होगा। जबकि सामान्य वर्ग के किसानों को 75% यानी की ₹15000 का अनुदान मिलेगा।
मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड कंटेनर का लाभ उन किसानों को सरकार की तरफ से दिया जाएगा जो मधुमक्खी बक्सा का लाभ लेंगे। मधु निष्कासन यंत्र एवं फूड कंटेनर की विशेषताओं के बारे में बात करें तो इसमें शहद निकालने वाला यंत्र स्टेनलेस स्टील से बना होता है। इसकी लंबाई 36 इंच तथा चौड़ाई 30 इंच का होता है। वही खाध ग्रेड कंटेनर 30 किलोग्राम का होगा जिसकी संख्या केवल दो होती है।
मशरूम की खेती करने पर बिहार सरकार दे रही है 50 प्रतिशत तक का अनुदान राशी
मधुमक्खी पालन पर 90% का अनुदान पाने के लिए आवेदन कैसे करें?
बिहार राज्य के रहने वाले प्रत्येक इच्छुक किसान जो मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत आवेदन कर लाभ प्राप्त करना चाहता है उन सभी को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया से गुजरना होगा। राज्य का प्रत्येक इच्छुक किसान इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर लाभ ले सकता है। हमने नीचे ऑनलाइन आवेदन करने की पूरी जानकारी दिया है जिसे आप फॉलो कर आसानी से आवेदन कर सकते हैं –
- मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम आपको इसके आधिकारिक वेबसाइट पर चले जाना है।
- आधिकारिक वेबसाइट का होम पेज कुछ इस प्रकार से देखने को मिलेगा यहां आपको Schemes के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के बाद आपके सामने कुछ इस तरह का पेज खुलकर आएगा यहां आपको मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम के नीचे आवेदन करें के बटन पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपके सामने कुछ इस तरह का पेज खुलकर आएगा जहां आपको राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं राज्य योजना में से अपने अनुसार किसी एक का चयन करना है।
- इसके बाद आपके सामने कुछ इस तरह का पेज खुलकर आयेगा जहां आपको चेक बॉक्स पर क्लिक कर Agree & Continue के बटन पर क्लिक करना है।
- इसके बाद आपके सामने एक आवेदन फार्म खुलकर आएगा जिसको आपको ध्यानपूर्वक भरना है फिर सबमिट पर क्लिक करना है।
- क्लिक करने के साथ ही आपको आवेदन की रसीद प्रिंट आउट के रूप में निकाल कर रख लेना है।
कुछ इस प्रकार की प्रक्रिया से गुजरने के पश्चात आप बिहार सरकार के मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम योजना के अंतर्गत आवेदन का लाभ ले सकते हैं।
FAQs
मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम को किस राज्य में लागू किया गया है?
बिहार सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन कार्यक्रम को राज्य के किसानों के लिए लागू किया गया है।
मधुमक्खी पालन पर कितना सब्सिडी प्राप्त होता है?
मधुमक्खी पालन करने पर बिहार के किसानों को अधिकतम 90% का सब्सिडी दिया जाता है।
मधुमक्खी पालन पर सामान्य वर्ग के किसानों को कितना सब्सिडी मिलेगा?
मधुमक्खी पालन के लिए सामान्य वर्ग के किसानों को 75% का अनुदान दिया जाता है।