Uttarakhand Polyhouse Yojana : उत्तराखंड सरकार के द्वारा पर्वतीय क्षेत्र के रहने वाले किसानों के आय को बढ़ाने के लिए एक नई योजना का शुरूआत किया जा रहा है जिसका नाम लीहाउस योजना (Polyhouse Yojana) है। पॉलीहाउस योजना का शुरुआत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धीमी जी के द्वारा किया गया है जिस पर कैबिनेट बैठक के दौरान 304 करोड़ की मंजूरी भी प्राप्त हो चुकी है। उत्तराखंड सरकार के द्वारा शुरू किया जा रहे हैं इस योजना के तहत पहाड़ी इलाकों में खेती-बागवानी के क्षेत्र मे रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा।
यदि आप भी उत्तराखंड राज्य के रहने वाले पर्वतीय क्षेत्र के एक किसान है तो आप इस योजना का लाभ बड़े ही आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको केवल आवेदन प्रक्रिया से गुजरना होगा। हमने नीचे उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना से संबंधित सभी जानकारी विस्तार पूर्वक दिया है जिसके माध्यम से आप आसानी से योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
Uttarakhand Polyhouse Yojana – एक नज़र
आर्टिकल का नाम | Uttarakhand Polyhouse Yojana |
योजना का नाम | उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना |
किसने शुरू किया? | मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने |
सम्बंधित विभाग का नाम | उद्यान विभाग |
लाभार्थी | केवल उत्तराखंड राज्य के किसान |
लाभ | पॉलीहाउस के निर्माण पर 70% का सब्सिडी |
आवेदन करने का तरीका | ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | Click Here |
पॉलीहाउस के निर्माण पर मिलेगा 70% का सब्सिडी – Uttarakhand Polyhouse Yojana
किसानों की आय में वृद्धि के लिए उत्तराखंड सरकार के द्वारा उद्यान विभाग की सहायता से Polyhouse Yojana का शुरूआत किया गया है जिसमें राज्य के एक लाख से भी अधिक किसानों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उत्तराखंड सरकार के द्वारा इस योजना को संचालन करने के लिए 304 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
राज्य सरकार के इस योजना का लाभ लेकर किसान किसी भी समय पर फल या सब्जी को उगा सकता है। जिसमें किसानों को अधिक उपज होगा और बेमौसम सब्जियों की खेती पॉलीहाउस में कर कर अधिक मुनाफा होगा। राज्य सरकार के तरफ से किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए सब्सिडी प्रदान किया जाएगा। यह योजना किसानों के आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए एक कल्याणकारी योजना साबित होगा।
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य
उत्तराखंड सरकार के द्वारा Polyhouse Yojana को शुरू करने के पीछे का मुख्य उद्देश्य पहाड़ी क्षेत्र के रहने वाले किसानों के रोजगार के अवसर को बढ़ाना है ताकि किसान बेमौसमी सब्जियों को उगाकर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सके। जिसके लिए राज्य में पॉलीहाउस योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमें पॉलीहाउस बनाने हेतु सरकार की तरफ से 70% का अनुदान दिया जाएगा।
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Polyhouse Yojana में इन पॉलीहाउस का निर्माण होगा
फन एंड पैड पॉलीहाउस : यह पॉलीहाउस पंखे और पैड कूलिंग सिस्टम से मुक्त होता है जो पॉलीहाउस के अंदर एक निश्चित तापमान को बनाए रखना के लिए उपयोगी साबित होता है। इसमें गीले पेड़ के माध्यम से पंखा हवा खींचता है और ठंडा करता है तथा नमी को कम करता है। जिसके लिए अधिक स्थिर वातावरण की आवश्यकता होती है। यह पॉलीहाउस उन फसलों को उगाने के लिए कारगर साबित होता है जो उच्च मूल्य होती है।
स्वाभाविक रूप से हवादार पोली हाउस : यह पॉलीहाउस सबसे सरल प्रकार का पॉलीहाउस होता है जिसमें किसी भी प्रकार के यांत्रिक वेंटिलेशन का आवश्यकता नहीं पड़ता है। ये तापमान और आद्रता को नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक वायु के प्रभाव पर भरोसा करता है। यह Polyhouse उन फसलों को उगाने के लिए कारगर साबित होता है जिन में उच्च तापमान की आवश्यकता नहीं होता है और तापमान में कुछ उतार-चढ़ाव को भी सहन कर सकता है।
मल्टी स्पेन पोली हाउस : यह पॉलीहाउस सबसे बड़ा पॉलीहाउस होता है जो कई प्रकार के स्ट्रक्चर से मिलकर बनता है। इसमें प्रत्येक क्षेत्र में अलग-अलग वेंटीलेशन सिस्टम होता है जिसमें मुख्य तौर पर मौसमी फैसले जैसे टमाटर, खीरे इत्यादि को बड़े पैमाने में व्यवसाय के लिए उगाया जाता है।
कम लागत वाले पॉलीहाउस : यह पोली हाउस कम लागत वाले पॉलीहाउस होते हैं जो कम लागत वाली सामग्री को जैसे कि बास, लकड़ी, खंबे इत्यादि की मदद से पॉलीथिन शीट से बने साधारण होते हैं। यह छोटे पैमाने किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की फसलों को उगाने में कारगर साबित होता है। इसका उपयोग मुख्य तौर पर छोटे किसान करते हैं।
शेड नेट पॉलीहाउस : यह Polyhouse शेड नेट के द्वारा चारों ओर से ढके होते हैं जो फसलों तक सूर्य के प्रकाश की मात्रा को सीधे काम करने में मुख्य भूमिका निभाता हैं।
पॉलीहाउस में उगाई जाने वाले फसलों के नाम
पॉलीहाउस में उगाई जाने वाले फसलों का चयन क्षेत्र के वातावरण, जलवायु, उत्पादकता के आधार पर किया जाता है। पॉलीहाउस में उगाई जाने वाले फसलों की सूची कुछ इस प्रकार से है –
मटर | टमाटर |
सलाद पत्ता | खीरा |
काली मिर्च | स्ट्रॉबेरी |
पत्तेदार साग | गाजर |
पालक | ब्रोकली |
मूली | फलिया |
फूलगोभी | तरबूज |
खरबूजा | बैगन |
माइक्रो ग्रींस | कद्दू |
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के विशेषताएं
- उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के संचालन से पैदावार में लगभग 5 से 10 गुना तक वृद्धि देखने को मिलेगा।
- इसके अलावा योजना के संचालन से किसानों को वित्तीय लाभ भी मिलेगा।
- इस योजना के संचालन से अधिक गुणवत्ता वाले फसलों का उत्पादन होगा।
- फसलों को कीटों और बीमारियों से सुरक्षित किया किया जा सकेगा।
- राज्य सरकार के इस योजना के संचालन से जल संरक्षण भी हो सकेगा।
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के लाभ | Uttarakhand Polyhouse Yojana Benefits
उत्तराखंड सरकार के द्वारा Polyhouse Yojana को संचालन करने से किसानों को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होने वाले हैं जिसका पूरा विवरण हम आपको नीचे दे रहे हैं –
- उत्तराखंड राज्य में क्लस्टर आधारित छोटे पॉलीहाउस में किसान सब्जियां, फल, फूल इत्यादि जैसे को उगा सकते हैं।
- उत्तराखंड राज्य में क्लस्टर पर आधारित 100 वर्ग मीटर आकार के 17648 पॉलीहाउस का निर्माण किया जाना है जिसके लिए 304 करोड रुपए का बजट पास किया गया है।
- Polyhouse Yojana के तहत किसानों को 70% का सब्सिडी पॉलीहाउस के निर्माण पर दिया जाएगा।
- उत्तराखंड राज्य में इस योजना के संचालन से सब्जियों के उत्पादन में 15% तथा फूलों के उत्पादन में 25% का वृद्धि देखने को मिलेगा।
- इसके अलावा योजना के संचालन से किसानों की आय में वृद्धि होगा तथा वह आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनेंगे।
- उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के संचालन से सबसे बड़ा लाभ पर्वतीय क्षेत्र के किसानों को पलायन से रोकने में सहायता मिलेगा।
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के लिए पात्रता | Uttarakhand Polyhouse Yojana Eligibility
उत्तराखंड राज्य के रहने वाले पहाड़ी क्षेत्र के प्रत्येक किसान जो Polyhouse Yojana का लाभ लेना चाहता है उसे कुछ जरूरी पत्रताओं को पूर्ण करना होगा जो इस प्रकार से है –
- उत्तराखंड सरकार के द्वारा चलाए जा रहे हैं इस योजना का लाभ केवल उत्तराखंड राज्य के रहने वाले मूल निवासी लोगों को ही प्राप्त होगा।
- योजना का लाभ केवल किसान वर्ग से आने वाले आवेदक को ही प्राप्त होगा।
- वही आवेदक के पास पॉलीहाउस बनाने के लिए खुद का भूमि होना आवश्यक है।
- इसके अलावा किसानों के पास सिंचाई का साधन पर्याप्त मात्रा में होना जरूरी है।
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उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के लिए जरूरी दस्तावेज | Uttarakhand Polyhouse Yojana Important Documents
उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं Polyhouse Yojana का लाभ लेने के लिए किसानों के पास कुछ जरूरी दस्तावेज होने चाहिए जो इस तरह से है –
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- भूमि से संबंधित सभी दस्तावेज
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के लिए आवेदन कैसे करें? | How to Apply Uttarakhand Polyhouse Yojana
उत्तराखंड राज्य के रहने वाले प्रत्येक इच्छुक किसान जो Polyhouse Yojana का लाभ लेना चाहता है उन सभी को बता दे कि आप इस योजना का लाभ ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया को अपना कर प्राप्त कर सकते हैं –
- आवेदन करने के लिए सबसे पहले आपको नजदीकी ब्लॉक या जिला उद्यान कार्यालय में जाना होगा जहां से आपको आवेदन फार्म प्राप्त होगा।
- आवेदन फार्म प्राप्त करने के पश्चात आपको ध्यानपूर्वक भरना है फिर सभी जरूरी आवश्यक दस्तावेजों की पर्ची को फॉर्म को साथ संग्रह कर कार्यालय में जमा कर देना है।
- जमा करने के साथ ही आपको आवेदन की रसीद प्राप्त होगी जिसे अपने पास सुरक्षित रख लेना है।
कुछ इस प्रकार की प्रक्रिया से गुजरने के पश्चात आप उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
FAQs
उत्तराखंड पोलीहाउस योजना में कितना जमीन चाहिए?
पॉलीहाउस योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास एक एकड़ कम से कम जमीन होना जरूरी है।
पॉलीहाउस योजना के तहत किसानों को कितना सब्सिडी मिलता है?
पॉलीहाउस के निर्माण में सरकार की तरफ से 70% का सब्सिडी दिया जाता है।
उत्तराखंड पॉलीहाउस योजना के संचालन के लिए कितना बजट पास किया गया है?
उत्तराखंड सरकार के द्वारा इस योजना के संचालन के लिए 304 करोड रुपए का बजट पास किया गया है।